इंडिया रिपोर्टर लाइव
जयपुर 19 नवंबर 2021। भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने कहा है कि राहुल द्रविड़ की कोचिंग शैली पर टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी, लेकिन भारत के इस टॉप स्पिनर को भरोसा है कि इस दिग्गज के मार्गदर्शन में ड्रेसिंग रूम में खुशियां लौटेंगी। द्रविड़ ने भारतीय टीम के हेड कोच के रूप में रवि शास्त्री की जगह ली है। उनके कार्यकाल की शुरुआत भारत और न्यूजीलैंड के बीच मौजूदा टी-20 सीरीज के साथ हुई। अश्विन ने चार साल बाहर रहने के बाद भारत की लिमिटेड ओवरों की टीम में वापसी की है। उन्हें 2017 के मध्य से एक भी लिमिटेड ओवरों का मुकाबला खेलने को नहीं मिला था और हाल ही में टीम के इंग्लैंड के टेस्ट दौरे पर भी उन्होंने दर्शक की ही भूमिका निभाई थी।
इस 35 वर्षीय खिलाड़ी ने हाल में संपन्न टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान वापसी की, जब उन्हें अफगानिस्तान के खिलाफ खेलने का मौका मिला। वे न्यूजीलैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज के लिए भी भारतीय टीम का हिस्सा हैं और बुधवार को पहले मैच में उन्होंने दो विकेट चटकाए। अश्विन ने बुधवार को भारत की पांच विकेट की जीत के बाद कहा, ”राहुल द्रविड़ की कोचिंग शैली पर टिप्पणी करना अभी मेरे लिए जल्दबाजी होगी, लेकिन उन्होंने अंडर-19 लेवल से ही मापदंड स्थापित किए हैं।” उन्होंने कहा, ”वे काफी चीजें भाग्य के सहारे नहीं छोड़ेंगे और तैयारी तथा प्रक्रिया में विश्वास रखते हैं, जिससे कि हम भारतीय ड्रेसिंग रूम में खुशियों की वापसी कर पाएं।
भारतीय टीम में नया लीडरशिप ग्रुप बना है। द्रविड़ ने शास्त्री की जगह ली है तो टी-20 में विराट कोहली की जगह रोहित शर्मा टीम की कमान संभाल रहे हैं। पहले टी-20 के संदर्भ में अश्विन ने कहा कि उन्होंने महसूस किया कि गेंद की स्पीड धीमी करने से काफी फायदा हो रहा है। उन्होंने कहा, ”आप जितनी धीमी गेंद फेंकोगे, पिच से उतनी ही मदद मिल रही थी। अगर आप सीम के साथ गेंद को हवा में अधिक देर रखोगे तो मदद मिल सकती है जैसा (मिशेल) सेंटनर ने दूसरी पारी में दिखाया।”
भारत को 165 रन का लक्ष्य मिला था और अश्विन का मानना है कि उनकी टीम को मैच को आखिरी ओवर तक नहीं ले जाना चाहिए था। उन्होंने कहा, ”प्रतिस्पर्धी स्कोर से कम रन थे और हमने सोचा था कि 170 से 180 रन प्रतिस्पर्धी स्कोर होगा। हमने सोचा था कि हम 15वें ओवर के आसपास जीत दर्ज कर लेंगे लेकिन टी-20 क्रिकेट में ऐसा होता है।”