इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 26 नवंबर 2021 । अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के पांच सांसद 25 नवंबर की देर रात ताइवान पहुंचे हैं। ये सांसद ताइवान के सीनियर नेताओं से मिलने पहुंचे हैं। यह यात्रा ऐसे वक्त में हुई है जब ताइवान और चीन के बीच तनाव दशकों में सबसे ज्यादा हो चुका है और ताइवान के कारण चीन और अमेरिका के बीच भी तनाव देखा जा रहा है। बता दें कि 1949 में हुए चीन में गृहयुद्ध के बाद से ही ताइवान स्व-शासित रहा है लेकिन चीन ताइवान को अपना हिस्सा मानता है।
2021 में अमेरिकी सांसदों की तीसरी यात्रा
पांच अमेरिकी सांसद नैन्सी मेस, मार्क ताकानो, एलिसा स्लॉटकिन, कॉलिन एलेड और सारा जैकब्स ताइवान पहुंचे हैं। अमेरिकी सांसदों का यह दौरा छह रिपब्लिकन सांसदों के एक ग्रुप द्वारा हाल ही में दौरा करने के बाद हुई है। उस दौरे पर सांसदों ने राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन, राष्ट्रीय सुरक्षा महासचिव वेलिंगटन कू और विदेश मंत्री जोसेफ वू सहित अन्य सीनियर नेताओं से मुलाकात की थी। इस साल अमेरिकी सांसदों की यह तीसरी यात्रा है। जून में, कांग्रेस के तीन सदस्य कोरोना वायरस से बुरी तरह से परेशान ताइवान को वैक्सीन डिलीवर करने पहुंचे थे।
चीन ने अमेरिका को जमकर सुनाया
चीन अमेरिकी नेताओं के ताइवान दौरे से फिर भड़क गया है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने मामले को लेकर कहा है कि अमेरिका नेताओं के ताइवान आने ये इस बात नहीं बदला जा सकता है कि दुनिया के 180 देश वन चाइना पॉलिसी को मानते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ अमेरिकी 140 करोड़ चीनी लोगों के बीच आक्रोश पैदा कर रहे। ताइवान, चीन का अविभाज्य हिस्सा है।