
इंडिया रिपोर्टर लाइव
पटना 26 दिसंबर 2021। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग पर अड़े हैं, लेकिन भाजपा इसका विरोध कर रही है। इस मसले पर सत्ता पर काबिज दोनों दलों के बीच मतभेद बढ़ता जा रहा है। हालांकि इसके बाद भी दोनों पार्टियां उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव मिलकर ही लड़ेंगी। भाजपा की ओर से पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य दर्जा देने का कोई औचित्य नहीं है। यह जदयू का एजेंडा है। सरकार में भाजपा के 16 मंत्री हैं। एक-दूसरे के सहयोग से सरकार चल रही है। 2005 से 2021 तक बिहार बन रहा है। गांव-गांव तक सड़क बन गई। बिजली उत्पादन में भी हम आगे बढ़ रहे हैं।
अटल जी ने बीआरजीएफ के माध्यम से पैकेज दिया था। कांटी थर्मल प्लांट उसी से बना। उधर, जदयू का कहना है कि नीति आयोग को मानक में बदलाव कर विशेष राज्य का दर्जा देना चाहिए। हालांकि नीति आयोग में विशेष राज्य दर्जे का प्रावधान ही नहीं है। उधर, दोनों पार्टियों में उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ने पर सहमति बन गई है।