इंडिया रिपोर्टर लाइव
इंदौर 23 मई 2022। कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामने वाले केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बयान पर कांग्रेस नेता चुटकियां ले रहे हैं। सिंधिया ने खुद के बूढ़े होने संबंधी बात कही तो कांग्रेस के पूर्व मंत्री सचिन यादव ने चुटकी लेते हुए कहा कि जिस दिन सिंधिया ने कांग्रेस छोड़ी थी उसी दिन बुढ़ापा शुरू हो गया था। बता दें कि एक सभा के दौरान सिंधिया ने कहा था कि अब 20 साल जैसी बात नहीं रही। जवान चाहे दिखता हूं पर बुढ़ापे की तरफ चल रहा हूं।
इंदौर पहुंचे पूर्व मंत्री व विधायक सचिन यादव ने कहा कि अभी तो यह सिर्फ शुरुआत ही है। इतने कम समय में उनका बुढ़ापा आ गया है। आने वाला समय बताएगा कि भाजपा किस तरह से उनके काले बाल सफेद करने की तैयारी करेगी। दरअसल यादव इंदौर प्रेस क्लब में पहुंचे थे। इस दौरान कई मुद्दों पर बात रखी और सिंधिया के बयान पर चुटकी ली। सिंधिया द्वारा खुद के बेटे को राजनीति में लाने की अटकलों पर कहा कि यह उनका अंदरुनी मामला है लेकिन जो चर्चाएं हो रही हैं, हो सकता है कि उनका बयान उसी दिशा में हो। ओबीसी आरक्षण के मामले में कहा कि नगरीय निकाय एवं पंचायत चुनाव को लेकर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के आधार पर अन्य पिछड़ा वर्ग को इन चुनावों में 27 प्रतिशत की जगह 14 प्रतिशत ही आरक्षण मिलेगा। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की सरकार ने ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण दिया था। जिस आरक्षण को भाजपा सरकार द्वारा कोर्ट में गलत तरीके से पेश करके उसे घटाकर 14 प्रतिशत पर लाने का काम किया है। शिवराज सिंह सरकार जिसे अपनी जीत बताकर जश्न मना रही है, इससे स्पष्ट है कि प्रदेश की भाजपा सरकार ओबीसी का अधिकार छीनने से खुशी है। कमलनाथ सरकार के समय चुनाव होता तो और भाजपा सरकार अध्यादेश नहीं लाई होती तो अब तक न केवल मप्र में चुनाव हो चुके होते बल्कि अन्य पिछड़ा वर्ग के प्रतिनिधि अपने पूरे अधिकारों के साथ अब तक ग्राम पंचायत और नगर निकायों का संचालन कर रहे होते। कांग्रेस कोर्ट के फैसले का स्वागत करती है लेकिन शिवराज सरकार की खराब नीतियों के कारण ओबीसी वर्ग इन चुनावों में 27 प्रतिशत से वंचित हो जाएगा।