झारखंड पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर किया लाठीचार्ज, कई लोग हुए घायल, 20 लोगों को हिरासत में लिया

Indiareporter Live
शेयर करे

इंडिया रिपोर्टर लाइव

रांची 21 फरवरी 2023। झारखंड की राजधानी रांची में पुलिस ने राजभवन के पास प्रदर्शन कर रहे पंचायत सचिवालय के स्वयंसेवकों पर लाठीचार्ज किया, जिससे कई लोग घायल हो गए। पुलिस का कहना है कि प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर उन पर पथराव किया जिसके बाद उन्हें लाठीचार्ज के लिए मजबूर होना पड़ा।

पुलिस ने 20 लोगों को हिरासत में लिया
एक अधिकारी ने बताया कि कम से कम पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए जिनमें दो को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दूसरी ओर, पंचायत सचिवालय के स्वयंसेवकों ने दावा किया कि उनमें से लगभग 40 लोग लाठीचार्ज में घायल हुए हैं। पुलिस ने पूछताछ के लिए 20 लोगों को हिरासत में लिया है। रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक किशोर कौशल ने बताया कि मामले में प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

राज्य स्तरीय पंचायत स्वयं सेवक संघ (एसएलपीएसएसएस) के बैनर तले पंचायत सचिवालय के हजारों स्वयंसेवक पारिश्रमिक के निर्धारण और अपनी सेवाओं के नियमितीकरण सहित अपनी अन्य मांगों को लेकर सोमवार से शुरू हो रहे अनिश्चितकालीन हड़ताल के तहत रांची के मोराबादी मैदान में एकत्र हुए थे। जैसे ही प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री आवास की ओर मार्च किया, उन्हें पुलिस ने राजभवन के पास रोक दिया।

कोतवाली के डीएसपी प्रकाश साय (Prakash Soy) ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड्स तोड़ दिए और पुलिसकर्मियों पर पथराव भी किया, जिसमें पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए। उनमें से दो को रांची सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज किया। एसएलपीएसएसएस के सचिव चंद्रदीप कुमार ने दावा किया कि पुलिस लाठीचार्ज में करीब 40 स्वयंसेवक घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें रांची के रिम्स, सदर अस्पताल, गुरु नानक अस्पताल और अन्य निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

चंद्रदीप कुमार ने कहा कि 2016 में लगभग 18,000 पंचायत सचिवालय स्वयंसेवकों को ग्रामीण क्षेत्रों में प्रधानमंत्री आवास योजना, शौचालय, राशन कार्ड बनाने और अन्य के तहत आवास निर्माण में मदद करने सहित विभिन्न कार्यों के लिए नियुक्त किया गया था। उन्होंने कहा कि स्वयंसेवकों को प्रत्येक कार्य के लिए कुछ प्रोत्साहन मिलता है। हालांकि, वर्तमान सरकार ने पंचायत सचिवालय के स्वयंसेवकों को दिए जाने वाले कार्य को प्रतिबंधित कर दिया है। हम पिछले तीन वर्षों से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वह हमें समय नहीं दे रहे हैं।

चंद्रदीप ने कहा कि उन्होंने विभिन्न मांगों को लेकर सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला किया था। उन्होंने बताया कि हमारी पहली मांग मुख्यमंत्री से मिलना है। हम एक निश्चित पारिश्रमिक और अपनी सेवा को नियमित कराना चाहते हैं।

Leave a Reply

Next Post

दौर का ग्रीन बॉन्ड एनएसई में लिस्टेड, सीएम बोले- यह धरती बचाने का महाअभियान, पांच शहर करें और शामिल

शेयर करे इंडिया रिपोर्टर लाइव भोपाल 21 फरवरी 2023। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में घंटा बजाकर इंदौर के ग्रीन बॉन्ड के नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टिंग की घोषणा की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यह धरती बचाने का […]

You May Like

बांग्लादेश की शेख हसीना को प्रत्यर्पित करने की मांग पर भारत ने दिखाया कड़ा रुख....|....ईडी ने दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कास्कर पर की बड़ी कार्रवाई, जब्त किया ठाणे का फ्लैट....|....केंद्रीय गृहमंत्री बोले- सुरक्षा ढांचे को मजबूत करे आईबी, भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार रहे....|....इस बार गणतंत्र नहीं, वीर बाल दिवस पर मिलेगा बहादुर बच्चों को पुरस्कार; राष्ट्रपति करेंगी सम्मानित....|....वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर राज्यों से सुझाव लेगी संयुक्त संसदीय समिति, 26-27 दिसंबर को होगी अहम बैठक....|....संभल, वाराणसी के बाद जौनपुर में मंदिर विवाद, शाही पुल की दीवार के अंदर मां काली की मूर्ति होने का दावा....|....सीएम आतिशी के सामने होंगी अलका!... 28 सीटों पर बनी बात; आज आ सकती है कांग्रेस की दूसरी लिस्ट....|....विष्णु के सुशासन में महिलाओं को मिल रहा सम्मानः विधायक अमर अग्रवाल ....|....तेलुगु फिल्म से डेब्यू करेंगी आयरा बंसल ....|....देश के 45 शहरों में रोज़गार मेला, पीएम मोदी 71000 युवाओं को देंगे नियुक्ति पत्र