
इंडिया रिपोर्टर लाइव
पलक्कड़ 02 सितंबर 2024। केरल में चल रही आरएसएस समन्वय बैठक में पश्चिम बंगाल में महिला डॉक्टर के खिलाफ हिंसा की घटना का भी मुद्दा उठा। बैठक में कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की घटना की निंदा करते हुए इसे ‘बहुत दुर्भाग्यपूर्ण’ बताया गया। आरएसएस समन्वय बैठक में महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में त्वरित न्याय में तेजी लाने के लिए कानूनों और दंडात्मक कार्रवाई की समीक्षा की मांग की। संघ की बैठक में महिला सुरक्षा को लेकर पांच मोर्चों पर चर्चा की गई, जिसमें कानूनी, जागरूकता, संस्कार, शिक्षा और आत्मरक्षा शामिल है। इन मोर्चों को लेकर महिला सुरक्षा के लिए संघ द्वारा देशभर में अभियान चलाया जाएगा।
पिछले साल 472 महिला सम्मेलन आयोजित किए गए
संघ की बैठक में बताया गया कि पिछले साल संघ ने राज्य और जिले में 472 महिला सम्मेलन आयोजित किए गए। जिसमें महिलाओं के मुद्दों, पश्चिमी फेमिनिज्म और भारतीय चिंतन पर चर्चा की गई। आरएसएस की बैठक में बंगाल, वायनाड और तमिलनाडु में हुई घटनाओं पर भी चिंता जाहिर की गई। बैठक में बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा को लेकर भी चिंता जताई गई और सरकार से इन मामलों में कदम उठाने का आग्रह किया।
जातीय जनगणना पर संघ ने कही ये बात
संघ की समन्वय बैठक में जातीय जनगणना के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। संघ ने जातीय जनगणना को संवेदनशील मुद्दा बताते हुए कहा कि जातीय जनगणना संवेदनशील विषय है। इससे समाज की एकता और अखंडता को खतरा हो सकता है। पंच परिवर्तन के तहत की गई इस चर्चा में संगठन ने फैसला किया है कि व्यापक पैमाने पर समरसता को बढ़ावा देने के लिए काम किया जाएगा। यह राष्ट्रीय एकीकरण के लिए महत्वपूर्ण है। संघ ने कहा कि जातीय जनगणना का इस्तेमाल चुनाव प्रचार और चुनावी उद्देश्यों के लिए नहीं किया जाना चाहिए बल्कि कल्याणकारी उद्देश्यों के लिए और खासतौर पर दलित समुदाय की संख्या जानने के लिए सरकार उनकी गणना कर सकती है।