इंडिया रिपोर्टर लाइव
मुंबई 18 अप्रैल 2023। महाराष्ट्र में चल रहे सियासी घमासान के बीच अब उद्धव गुट वाली शिवसेना के नेता संजय राउत की प्रतिक्रिया आई है. अजीत पवार के एनडीए गठबंधन में शामिल होने की खबरों पर राउत ने कहा कि एनसीपी के 20-25 विधायको के जाने से पार्टी नहीं टूटती है. उन्होंने केंद्र सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि ईडी या सीबीआई के जरिए एनसीपी नेताओं पर भी दवाब बनाया जा रहा है। वहीं एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने भी अजीत पवार के बारे में आ रही खबरों पर बयान दिया है. उन्होंने कहा,’ये बातें मीडिया की देन हैं, हमारे दिमाग में नहीं हैं. मैं मुंबई जा रहा हूं. हम पार्टी को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं. कोई और विचार नहीं है. सभी नेताओं की तरह अजीत पवार भी चुनाव में व्यस्त हैं, और कुछ नहीं।
पवार ने खबरों को बताया बेबुनियाद
शरद पवार ने कहा, ‘कुछ लोग सिर्फ खबर बना रहे हैं, इसके अलावा इन बातों का कोई अर्थ नहीं हैं. जो चर्चा आपके मन में वो हम में से किसी के मन में नही है , इसलिए इसका कोई महत्व नहीं है. मैं एनसीपी के बारे में कह सकता हूं कि इस पार्टी में काम करने वाले सभी नेता एक विचार से पार्टी को कैसे मजबूत किया जाए इसके लिए काम कर रहे हैं. ऐसा सुनने में आया कि विधायकों की बैठक है, यह बात बिलकुल झूठी है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल अपने चुनाव क्षेत्र में काम कर रहे हैं. अजीत पवार भी काम में व्यस्त हैं. मैं यहां हूं, इसके अलावा बैठक बुलाने का किसी को अधिकार ही नहीं है।
राउत ने बीजेपी के सिर फोड़ा ठीकरा
संजय राउत ने कहा, मैंने रोकठोक (सामना अखबार का कॉलम) में भी यही लिखा था कि जैसे हमें और हमारे पार्टी के नेताओं को ईडी और सीबीआई के जरिए परेशान किया गया और पार्टी तोड़ी गई, वही एनसीपी के साथ किया जा रहा है. इस तरह की खबरें भाजपा प्लांट करा रही है कि 40 विधायक अजीत पवार के साथ जा रहे है. हम लगातार उनके संपर्क में है। अजीत पवार का जिक्र करते हुए संजय राउत ने कहा, ‘अजीत पवार और शरद पवार में काफी अच्छे संबंध है. नागपुर से लेकर अभी तक वो हमारे संपर्क में हैं. अजीत पवार पर इस तरह से आपको बार-बार सवाल नही उठाना चाहिए. वो हमारे विपक्ष के नेता हैं और महाविकास अघाड़ी पूरी मजबूती के साथ खड़ी है. सबसे ज्यादा राज्य के सीएम भ्रम फैला रहे हैं।
‘सफल नहीं होगी बीजेपी’
बीजेपी पर हमला बोलते हुए राउत ने कहा, ‘यह भर्ती (विधायकों के पाला बदलने) बिना वेतन की है, वे (बीजेपी) ठेका मजदूरों को काम पर रख रहे हैं. जो कोई भी इस ठेके को लेना चाहता है, उसे लेने दें. उन्हें इस वाशिंग मशीन में डालने का समय आ गया है. एमवीए में तीन सहयोगी एक साथ हैं. बीजेपी को पता चल गया है कि 2024 में उनके लिए राह कठिन है, इसलिए वे हमारे एमवीए को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन 20/25 विधायक बदलने का मतलब यह नहीं है कि पार्टी टूट गई है. मुझे विश्वास है कि अजीत पवार के बारे में कहानियां झूठी हैं. हां, वे (BJP) एनसीपी को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वो इसमें सफल नहीं होंगे।