
इंडिया रिपोर्टर लाइव
इंदौर 17 अप्रैल 2020। मध्य प्रदेश के इंदौर में कोरोना का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा। शहर में वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 842 के पार पहुंच चुकी है। गुरुवार को इंदौर में इसके चलते 8 मौतें हुईं, जो एक दिन में सबसे ज्यादा है। देश के सबसे स्वच्छ शहर की इस हालत की कल्पना शायद ही किसी ने की हो, लेकिन आज शहर के रहवासी मौत के मुहाने पर खड़े हैं और इसकी जिम्मेदारी जितनी शासन-प्रशासन की है, उतनी ही स्थानीय लोगों की भी है।
जब देश और प्रदेश के दूसरे इलाकों में वायरस के संक्रमण की शुरुआत हुई थी, तब इंदौर जिला प्रशासन चैन की नींद सो रहा था। जब दूसरे राज्य लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के दिशा निर्देशों को अमली जामा पहना रहे थे, तब इंदौर की जनता शहर के प्रमुख इलाकों में रैलियां निकाल रही थी। आज हालत यह है कि गुरुवार रात तक पूरे राज्य में वायरस के संक्रमण से होने वाली 64 मौतों में 47 अकेले इंदौर में ही हुई हैं। 6 महीने के बच्चे से लेकर 75 साल के बुजुर्ग तक संक्रमण की जद में आ चुके हैं और हालत पर जल्दी नियंत्रण के कोई आसार नहीं दिख रहे।
हर दिन हो रही है मौत
इंदौर में कोरोना से अब तक 47 मौत हुई है। गुरुवार को सबसे ज्यादा 8 मौतें हुई हैं। बुधवार को कोरोना से 4 मौत हुई है। उससे पहले मंगलवार को भी कोरोना से 2 मौत हुई थी। इंदौर भारत का पहला ऐसा शहर है, जहां कोरोना से 2 डॉक्टरों की भी मौत हुई है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अभी भी 12 से 15 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। जबकि 40 लोगों की सेहत में तेजी से सुधार हुई है, जिनकी जल्द ही अस्पताल से छुट्टी हो सकती है।