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यरुशलम 18 अगस्त 2024। हमास और इस्राइल बीते 10 महीने से जंग लड़ रहे हैं। इस्राइल द्वारा हमास को खत्म करने का संकल्प गाजा पट्टी के लोगों पर भारी पड़ रहा है। कतर, मिस्र और अमेरिका गाजा में जंग रुकवाने का प्रयास कर रहे है। हाल ही में, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा था कि कतर में दो दिनों तक चली बातचीत से गाजा में संघर्ष विराम होने की उम्मीद कहीं अधिक पास दिख रही है। हालांकि, हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इससे साफ इनकार कर दिया। हमास के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य सामी अबू जुहरी ने एक मीडिया चैनल से शनिवार को कहा, ‘यह कहना कि हम समझौते के करीब पहुंच रहे ये एक भ्रम है। हम एक सौदे या वास्तविक बातचीत का सामना नहीं कर रहे, बल्कि अमेरिकी फरमानों को लागू करने का सामना कर रहे हैं।’
समझौते को लेकर सभी पहले से ज्यादा करीब: बाइडन
हमास का सदस्य जुहरी अमेरिकी राष्ट्रपति के उस बयान का जवाब दे रहा था, जिसमें उन्होंने कहा था कि कतर में दो दिनों तक चली बातचीत से गाजा में संघर्ष विराम होने की उम्मीद कहीं अधिक पास दिख रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति का यह बयान दोहा में दो दिनों की युद्ध विराम वार्ता के बाद आया था, जहां मंथन के बाद भी कोई सहमति नहीं बन पाई। इस वार्ता में इस्राइल के खुफिया प्रमुख डेविड बार्निया, अमेरिका और मिस्र के समकक्षों के साथ शामिल हुए थे। अब सभी पक्ष युद्ध को रोकने के लिए अगले सप्ताह फिर से वार्ता करेंगे। गौरतलब है कि गाजा में पिछले 10 महीनों से चल रहे युद्ध को लेकर यह पहली दफा नहीं है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति ने समझौते को लेकर आशावादी होने की बात कही हो। हालांकि, इस बीच हमास प्रमुख इस्माइल हानिया की हत्या के बाद से तनाव ज्यादा बढ़ गया है। ईरान ने इस्राइल के खिलाफ हमला करने की तैयारी कर ली है। मगर, अमेरिका समेत कई अन्य देश युद्ध को रोकने के लिए ईरान पर दबाव बना रहे हैं।
सात अक्टूबर को हुए हमले का किया था नेतृत्व
सात अक्टूबर को दक्षिणी इस्राइल में हुए आतंकवादी हमले में 12 सौ लोग मारे गए थे और लगभग ढाई सौ लोगों को बंधक बनाया गया था। हमास के जिस समूह ने इस्राइल पर हमला किया था, उसका नेतृत्व याह्या सिनवर ने ही किया था।
तेहरान में हुई थी हानिया की हत्या
बता दें कि हमास की राजनीतिक शाखा के प्रमुख इस्माइल हानिया की ईरान की राजधानी तेहरान में 31 जुलाई को हत्या कर दी गई थी। इस्माइल हानिया की हत्या का आरोप इस्राइल पर लगा है। हालांकि अभी तक इस्राइल ने इसे लेकर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। इस्माइल हानिया को साल 2018 में अमेरिका ने आतंकवादी घोषित किया था।
जानिए कौन था इस्माइल हानिया
इस्माइल हानिया, हमास की राजनीतिक शाखा का प्रमुख था। साल 2006 में फलस्तीन के आम चुनावों में हमास की जीत के बाद से ही संगठन में हानिया का दबदबा बढ़ने लगा था। उसे गाजा पट्टी में फलस्तीनी प्राधिकरण का प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया। इस दौरान मिस्र से गाजा पट्टी में आयातित वस्तुओं पर भारी कर लगाकर हानिया ने अपनी संपत्ति कई गुना बढ़ा ली। 2014 में हमास द्वारा सभी व्यापार पर 20 प्रतिशत कर लगाए जाने की घोषणा की गई थी। एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि इन करों की वजह से हमास के 1,700 टॉप कमांडर करोड़पति बन गए। इस्राइल पर बीते साल सात अक्तूबर को हुए हमले के पीछे भी इस्माइल हानिया की अहम भूमिका थी और यही वजह थी कि इस्माइल हानिया इस्राइली सुरक्षा बलों के निशाने पर था।