इंडिया रिपोर्टर लाइव
वाराणसी 18 फरवरी 2024। ‘मैं मां गंगा के सामने अहंकार से नहीं सिर झुकाकर आया हूं। इसी तरह जब मैं भारत जोड़ो यात्रा में चल रहा था, तब मैं सबसे सिर झुकाकर मिल रहा था। मैं चाहता था कि यात्रा में जो भी आए उन्हें ऐसा लगना चाहिए कि मैं अपने भाई से मिलने आया हूं।’ कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने काशी में न्याय यात्रा के दौरान ये बातें कहीं। गोदौलिया चौराहे पर जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि अरबपति जितना टैक्स दे रहा है उतना ही टैक्स गरीब भी दे रहा है। बेरोजगारी देश का सबसे बड़ा मुद्दा है। देश में आज दो हिंदुस्तान नजर आ रहे हैं, एक अमीर का और एक गरीब का। एक साल हुआ मैं भारत जोड़ो यात्रा पर कन्याकुमारी से कश्मीर तक पैदल गया। चार हजार किलोमीटर मैं पैदल चला, हजारों लोगों से मिला। किसान आए, मजदूर आए, व्यापारी आए, बेरोजगार युवा आए। उनके दिल में जो दर्द था, डर था उसके बारे में मुझसे अकेले में कहा। छोटे व्यापारी कहते थे हमें डर लगता है। कल का हमें नहीं पता क्या हो जाएगा?
राहुल बोले, पूरी यात्रा में मैंने नफरत कहीं नहीं देखी। भाजपा के लोग भी आते थे, आरएसएस के लोग भी आते थे। जैसे ही लोग यात्रा में आ जाते थे वह प्यार से बोलते थे। यह देश मोहब्बत का देश है, यह देश नफरत का देश नहीं है। उन्होंने कहा, जैसे मैं यहां आया, मंदिर में मैंने मत्था टेका, गंगाजी को प्रणाम करने आया हूं। गंगाजी के सामने अहंकार से नहीं आया हूं, सिर नीचे झुकाकर आया हूं। वैसे ही जब मैं भारत जोड़ा यात्रा में चल रहा था सिर झुकाकर चल रहा था। राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा शनिवार को अघोरेश्वर भगवान राम महाविभूति स्थल पर अघोरेश्वर महाप्रभु की पावन समाधि पर पुष्पांजलि तथा आरती के साथ शुरु हुई।
न्याय यात्रा बीच में छोड़ वायनाड रवाना हुए राहुल
राहुल गांधी ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा बीच में ही छोड़ दी। वह शनिवार को भदोही नहीं गए। उन्हें भदोही में रुकना भी था। सीमा क्षेत्र से लेकर कार्यक्रम स्थल तक कार्यकर्ता इंतजार कर रहे थे, लेकिन सबको निराशा हाथ लगी। कांग्रेस की तरफ से बताया गया कि राहुल गांधी अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड (केरल) गए हैं। अब प्रयागराज में भारत जोड़ो न्याय से जुड़ेंगे।
कांग्रेस का आरोप, मंदिर में कैमरे के साथ प्रवेश करने की नहीं दी अनुमति, फोटो भी जारी नहीं किए
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी को कैमरे के साथ काशी विश्वनाथ मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि मंदिर में हर भाजपा नेता को अपने कैमरे के साथ मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति है लेकिन मंदिर प्रशासन ने हमे अनुमति नहीं दी। मंदिर प्रशासन की ओर से राहुल गांधी की पूजा करते हुए फोटो भी जारी नहीं किया गया है। वहीं जेड श्रेणी की सुरक्षा के बावजूद उनके वाहन को गेट पर ही रोक दिया गया और वह धक्के खाते हुए भीड़ के बीच मंदिर में पहुंचे।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्र ने कहा कि हमारा मंदिर दर्शन पूजन करने के लिए होता है। यह फोटोग्राफी का स्थान नहीं है। यहां फोटोग्राफी की अनुमति ना तो जारी की गई है और ना ही निरस्त की गई है। हमारा फोटोग्राफर यहां बाबा विश्वनाथ के साथ ही आयोजनों और आने वाले विशिष्टजनों की फोटो खींचता है। आने वाले आज के आगंतुक भी विशिष्टजन थे। फोटो खींचने का प्रयास किया गया था, वहां बहुत ज्यादा भीड़ थी। उस धक्कामुक्की के बीच जितने फोटो खींच पाए थे, पार्टी के स्थानीय नेताओं के मांगने पर उपलब्ध करा दिए गए हैं।
कैमराजीवी कर्मी बने बाधा- कांग्रेस
कांग्रेस ने शनिवार को आरोप लगाया कि पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को राष्ट्रीय राजधानी में बैठे ‘कैमराजीवी’ के ‘कर्मचारी’ ने वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर के अंदर कैमरा ले जाने की अनुमति नहीं दी। उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रमुख अजय राय ने दावा किया कि भाजपा नेताओं को मंदिर परिसर के भीतर कैमरे ले जाने की अनुमति है लेकिन गांधी को इसकी अनुमति नहीं दी गई।