
झूठ बोलना किसी भी रिश्ते के लिए अच्छा नहीं होता है। खासतौर से जब बात पति-पत्नी के रिश्ते की हो, तब तो यह मामला और भी ज्यादा सेंसेटिव हो जाता है। शादी में कपल का एक-दूसरे से सच बोलना उनके रिश्ते की नींव को सबसे ज्यादा मजबूती देता है। हालांकि, कुछ मामलों में सच की जगह, झूठ बोलना रिलेशनशिप के लिए बेहतर रहता है। ये कौन सी स्थितियां होती हैं, चलिए जानते हैं।
झगड़ा अवॉइड करने के लिए
‘सॉरी, हां मेरी गलती है।’ गलती भले ही आपकी न हो, लेकिन यह झूठ बोलकर बड़े झगड़े की स्थिति से बचा जा सकता है। दरअसल कई बार जब पार्टनर स्ट्रेस में होता है, तो वह छोटे मुद्दे पर भी अपना गुस्सा निकालना शुरू कर देता है। इस स्थिति में पति या पत्नी को सिचुएशन समझते हुए, ‘सॉरी, हां मेरी गलती है’ कहकर झगड़े को बढ़ने से रोक देना चाहिए। जब वह शांत हो जाएं, तब शांति से उस मुद्दे पर बात करें, तब उसे यकीनन इसका अहसास हो जाएगा कि असल में गलती उनकी थी। यह उन्हें आगे से स्ट्रेस में अपने गुस्से पर काबू रखने की भी याद दिलाता रहेगा।
दोस्तों और रिश्तेदारों को लेकर
कई बार ऐसा होता है कि पति और पत्नी को एक-दूसरे के कोई दोस्त या रिश्तेदार बिल्कुल पसंद नहीं आते हैं। उनसे नहीं जमने के कारण वे उनके बारे में बात करना भी पसंद नहीं करते हैं। हालांकि, क्योंकि वह पति या पत्नी के खास हैं और उनकी कंपनी उन्हें खुशी देती है, ऐसे में उनका टॉपिक छिड़ जाने पर झूठे कॉम्प्लिमेंट देने में कोई हर्ज नहीं है। हां, यह जरूर है कि आप अपने पार्टनर से यह जरूर क्लियर कर दें कि आप किसकी कंपनी में ज्यादा कंफर्टेबल नहीं हैं, ताकि वह जब उनके साथ बाहर जाएं, तो आप पर साथ में चलने का दबाव न डाला जाए।
पार्टनर जब कुछ नया करे ट्राई
पत्नी ने कोई नई डिश बनाई है और आपको अच्छी नहीं लगी, तो सीधे उसकी बुराई करने में न लग जाएं। इसकी जगह नई डिश ट्राई करने को लेकर उनकी तारीफ करें। बाद में जब उसे लेकर बात हो, तब बहुत संभलकर यह चर्चा करें कि डिश को और बेहतर कैसे बनाया जा सकता था।
इसी तरह अगर पत्नी या पति कोई नया कपड़ा ट्राई करे, तो एकदम से रिजेक्ट न करें। इसकी जगह आप शुरुआत में थोड़ा सा झूठ बोलते हुए यह कह सकते हैं ‘यह कपड़े अच्छे लग रहे हैं, लेकिन वो वाला पहनोगे/पहनोगी तो और भी ज्यादा अच्छे लगोगे/लगोगी।’ ऐसा ही आप हर उस स्थिति में कर सकते हैं, जब साथी कुछ नया ट्राई करे।
जब गिफ्ट न आए पसंद
वैसे तो पति-पत्नी एक-दूसरे को गिफ्ट देने के दौरान इस चीज का खासतौर पर ध्यान रखते हैं कि वह कुछ ऐसी चीज हो, जो साथी को पसंद हो। लेकिन कई बार वे ऐसा तोहफा ले आते हैं, जो शायद आपको पसंद न आए। इस स्थिति में उसकी बुराई करने की जगह, खुशी से उसे स्वीकार करें। तोहफे से ज्यादा आप उससे जुड़ी फीलिंग्स को वैल्यू दें, क्योंकि अंत में मैटर वही करता है।
उन्हें हर्ट होने या स्ट्रेस से बचाने के लिए
अगर कोई ऐसी बात है या फिर इंसिडेंट है, जो आपके साथी को हर्ट या फिर स्ट्रेस में डाल सकता है, तो बेहतर है कि उसे लेकर झूठ बोल दिया जाए। इस झूठ में भी सच को लेकर हिंट जरूर दें ताकि बाद में साथी को सच बताया जा सके। हालांकि, अगर आपको लगता है कि बाद में सच पता चलने पर पति या पत्नी ज्यादा हर्ट फील करेंगे, तब जरूर आपको झूठ की जगह सच ही बता देना चाहिए।