इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 10 जुलाई 2023। पूरे देश में मॉनसून सक्रिय हो गया है। इस दौरान भारी बारिश के कारण जहां देश के पहाड़ी इलाकों में लैंडस्लाइड तो वहीं मैदानी इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के कुछ हिस्सों में अत्यधिक बारिश से बिगड़े हालात का जायजा लिया है। उन्होंने इस बारे में वरिष्ठ मंत्रियों, अधिकारियों से बात की है। पीएमओ ने इस बारे में जानकारी दी है। पीएमओ ने यह भी बताया कि अधिकारियों ने प्रधानमंत्री को भारी बारिश के कारण बिगड़े हालात के बारे में जानकारी दी है। उन्हें बताया गया है कि स्थानीय प्रशासन, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें प्रभावित लोगों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही हैं।
गृह मंत्री हालात पर रख रहे नजर
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह स्थिति पर नजर बनाए रखने के लिए दिल्ली और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपालों के संपर्क में हैं। उन्होंने स्थितियों का आकलन करने के लिए पंजाब और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्रियों से भी संपर्क किया है।
राहुल गांधी ने जताया दुख
इस बीच, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और अन्य राज्यों में भारी बारिश, भूस्खलन के कारण जानमाल के नुकसान पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि वे लोगों की मौत से दुखी हैं। उन्होंने जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की आशा की। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से प्रभावित इलाकों में राहत कार्य और लोगों की मदद करने की अपील की है। पूर्व पार्टी प्रमुख ने कहा कि सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि वे राहत कार्यों में अधिकारियों की मदद करें। हम सभी को मिलकर इस प्राकृतिक आपदा की कठिन चुनौतियों का सामना करना होगा।
उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और अन्य राज्यों में बिगड़े हैं हालात
गौरतलब है कि भारी बारिश ने उत्तर और पश्चिम भारत में तबाही मचा दी है। हिमाचल प्रदेश समेत पहाड़ी राज्यों को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा है। बीते 24 घंटे के दौरान मूसलाधार बारिश के चलते भूस्खलन, बादल फटने, घर ध्वस्त होने, पेड़ और बिजली गिरने से 34 लोगों की मौत हो गई है। सबसे ज्यादा 11 मौतें हिमाचल में हुईं। इसके अलावा, यूपी में 8, उत्तराखंड में 6, दिल्ली में 3, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा व पंजाब में दो-दो की जान गई। हिमाचल के मंडी में ब्यास नदी के उफान में 40 साल पुराना पुल बह गया है। दिल्ली में 41 साल बाद जुलाई में एक दिन में 153 मिलीमीटर बारिश हुई है। बारिश के चलते उत्तर रेलवे ने 17 ट्रेनें रद्द कर दी हैं। 12 ट्रेनों के मार्ग बदलने पड़े हैं।