
विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक जानते हैं कि विश्व कप 2019 में लचर प्रदर्शन के कारण उन्हें वनडे टीम से बाहर किया गया लेकिन टी-20 टीम से बाहर होना उन्हें पच नहीं पा रहा है जिसमें उन्हें लगता है कि वह अब भी महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। अपने 15 साल के करिअर में 26 टेस्ट, 94 एकदिवसीय और 32 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले कार्तिक समय-समय पर वापसी करते रहे हैं लेकिन 34 वर्षीय खिलाड़ी के लिए फिर से वापसी करना मुश्किल है और वह भी इसे समझते हैं।
कार्तिक ने कहा, ‘टी-20 में मेरा रिकॉर्ड अच्छा है। विश्व कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में मैं अनुकूल प्रदर्शन नहीं कर पाया। मैं वनडे (टीम से बाहर करना) के बारे में समझ सकता हूं लेकिन टी-20 टीम में वापसी करने की मेरी अच्छी संभावना है। मैंने हाल के घरेलू मैचों में भी अच्छा प्रदर्शन किया। मेरे पास ऐसा सोचने का कोई कारण नहीं है कि मैं वापसी नहीं कर सकता हूं।
143 की स्ट्राइक रेट में टी-20 में
तीनों प्रारूपों में उनका सर्वश्रेष्ठ औसत टी20 में है जिसमें उन्होंने 33.25 की औसत और 143.52 केस्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं। कार्तिक ने माना कि टीम से बाहर किए जाने से वह आहत हुए। उन्होंने कहा, ‘इसमें कोई संदेह नहीं कि इससे मैं आहत हुआ था। मेरे अंदर हमेशा देश की तरफ से खेलने का जज्बा रहा है और उसमें अब भी कोई कमी नहीं आई है।’
वनडे विश्व कप में रहे थे फ्लॉप
कार्तिक को विश्व कप से पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज से बाहर कर दिया गया था लेकिन बेहतर विकेटकीपिंग कौशल के कारण उन्हें विश्व कप टीम में ऋ षभ पंत पर प्राथमिकता दी गई। शिखर धवन के चोटिल होने के बाद पंत भी विश्व कप टीम का हिस्सा बन गए थे। कार्तिक को विश्व कप में दो पारियां खेलने को मिली जिनमें वह प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे। इनमें न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मैच भी शामिल है जिसमें तीन विशेषज्ञ विकेटकीपर (महेंद्र सिंह धोनी, कार्तिक और पंत) को अंतिम एकादश में रखने के लिए भारतीय टीम प्रबंधन की आलोचना भी हुई थी।
वापसी को लेकर परेशान नहीं
आईपीएल में कोलकाता नाइटराइडर्स के कप्तान कार्तिक हालांकि टीम से बाहर होने पर दुखी नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘मेरा करिअर उतार-चढ़ावों से भरा रहा। इससे मुझे काफी सीख मिली। यह (टीम से बाहर होना) मेरे लिए नया नहीं है, इसलिए मैं इस परिस्थिति में भी सहज महसूस कर रहा हूं।’ आईपीएल को कोविड-19 महामारी के कारण हालांकि अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है।
कोरोना के खिलाफ जीतेंगे जंग
कार्तिक ने कहा, ‘अभी जो कुछ हो रहा है उसमें मैं आईपीएल के बारे में बहुत अधिक नहीं सोच रहा हूं। लॉकडाउन से पहले हालांकि मैंने आईपीएल के लिए वास्तव में कड़ी मेहनत की थी।’ लॉकडाउन के बारे में कहा कि खिलाड़ी इस तरह रहने के अभ्यस्त हैं। हम विदेशों में खेलने जाते हैं तो अपने होटल के कमरों में ही रहते हैं। फिर सारी दुनिया ही एक ही मकसद को लेकर इस समय घर में है। उम्मीद है कि हम इस वायरस को ही खत्म कर देंगे।